रायपुर
भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष शालिनी राजपूत के शराबबंदी के बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि महिलाओं की वास्तविकता में चिंता है तो भाजपा के महिला मोर्चा को दिल्ली में आंदोलन करना चाहिए। महिला मोर्चा के नेत्रियों के लिये अच्छा अवसर है विधानसभा 2023 और लोकसभा 2024 में चुनाव है। नरेंद्र मोदी को 2014 के वादा याद दिलाने चाहिए। मोदी ने 100 दिन में महंगाई कम करने का वादा किया था लेकिन महंगाई आज बेलगाम हो गई है। मोदी ने काला धन लाने का वादा किया था उसका क्या हुआ, सबके बैंक खाता में 15-15 लाख देने का वादा मोदी जी ने किया था, प्रतिवर्ष 2 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने का वादा, किसानों की आय दुगुनी करने का वादा।
राजपूत ने कहा कि प्रदेश में 15 साल भाजपा की सरकार ने छत्तीसगढ़ को गर्त में धकेलने का काम किये और इसमें भाजपा महिला मोर्चा की भी सहभागिता थी। शराब के सरकारीकरण करके पूर्ववर्ती भाजपा सरकार शराब बेचने का काम किया। 2016 में छत्तीसगढ़ ने प्रति व्यक्ति शराब के खपत के मामले में गोवा को भी पीछे छोड़ा था। 2011 में डॉ रमन सिंह ने भी शराब बंदी करने की बात कही थी इसके विपरीत रमन सरकार ने शराब बेचने का काम किये है। दिल्ली में 45 दिन से पहलवान बेटी अपने अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रही है, उसमें भाजपा महिला मोर्चा के नेत्रियां क्यों पहलवान बेटियों के साथ नहीं दे रही है? बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओं के नारा देने वाले बलात्कारियों को संरक्षण देने का काम करते है। गुजरात में बिलकिस बानो के रेपीस्ट के बचाव एवं जेल से रिहा करने काम भाजपा के नेताओं के द्वारा किया गया। छत्तीसगढ़ में विधानसभा नेता प्रतिपक्ष के बेटे को संरक्षण देने का काम किया गया, झलियामारी कांड, आंखफोडवा कांड, गर्भाशय कांड, इस पर भाजपा नेत्रियां मौन ?
बेलगाम महंगाई पर महिलाएं त्रस्त है किचन में संकट गहराया है। गैस सिलेंडर के दाम 1200 रुपये हो गये है जबकि यूपीए सरकार में गैस सिलेंडर 400 रूपया था तब स्मृति ईरानी भाजपा के नेत्रियों को महंगाई को डायन कहते थे अब बेलगाम महंगाई पर चुप क्यों? भाजपा नेत्री अवसरवादी राजनीति करते है।